इंदौर में करीब 5000 स्टूडेंट्स ने कलेक्ट्रेट कार्यालय घेरा, उधर, खरगोन जिले के छात्रों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

कलेक्टर कार्यालय के दरवाजे तक बंद करने पड़े। वहीं पटवारी की परीक्षा दे चुकें उम्मीद्वारों को शांत करने में अधिकारियों के पसीने छूट गए थे। उधर, इंदौर संभाग के खरगोन जिले के मण्डेश्वर में भी भारी संख्या में स्टूडेंट्स ने इकट्ठे होकर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन देने पहुंचे। 

जुलाई 13, 2023 - 15:53
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इंदौर में करीब 5000 स्टूडेंट्स ने कलेक्ट्रेट कार्यालय घेरा, उधर, खरगोन जिले के छात्रों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
इंदौर प्रदर्शन
इंदौर में करीब 5000 स्टूडेंट्स ने कलेक्ट्रेट कार्यालय घेरा, उधर, खरगोन जिले के छात्रों ने तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंदौर शहर में गुरूवार को पटवारी परीक्षा में फर्जीवाड़े को लेकर जमकर हंगामा हुआ है। भारी संख्या में प्रदर्शन कर रहे छात्रों को देखकर प्रशासान के दंग रह गया। इतना ही नहीं कलेक्टर कार्यालय के दरवाजे तक बंद करने पड़े। वहीं पटवारी की परीक्षा दे चुकें उम्मीद्वारों को शांत करने में अधिकारियों के पसीने छूट गए थे। उधर, इंदौर संभाग के खरगोन जिले के मण्डेश्वर में भी भारी संख्या में स्टूडेंट्स ने इकट्ठे होकर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार को ज्ञापन देने पहुंचे। 

इंदौर में 5 हजार छात्र हुए इकट्ठे

शहर में 10 कोचिंग संस्थानों के करीब 5 हजार छात्र अचानक कलेक्ट्रेट ऑफिस पहुंचे। भारी संख्या में छात्रों को देखकर अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए थे। छात्र इतने आक्रोशित थे कि, वे कार्यालय के बाहरी दीवार पर चढ़ गए थे। कहीं स्टूडेंट्स अंदर नही घूस जाए। इसके लिए ऑफिस के दरवाजे बंद कर दिए। कम सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी के कारण आंदोलन पर काबू नहीं पा सके। 

इसके बाद एडीएम राजेश राठौन ने आकर छात्रों को शांत करने की कोशिक की। लेकिन फिर भी छात्र शांत नही हो सके। इसके बाद अधिकारियों ने भापास स्थिति मुख्यमंत्री कार्यालय बात की। इसके बाद जाकर मामला थोड़ा शांत हुआ।  

क्या है छात्रों की मांग

प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर घोटाले की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग की गई। बता दें, आंदोलन दो घंटे तक चला। इस दौरान छात्र कलेक्ट्रेट कार्यालय की बाउंड्री वाल पर चढ़ गए थे। इतना ही नहीं पुलिस प्रशासन द्वारा लगाए गए बेरिकेड्स को धक्का देते हुए आगे बढ़ गए। जमकर हंगामा किया गया। मामले को शांत करने के लिए पुलिस थाने से पहुंची जीप पर लगे लाउड स्पीकर से कोशिश की। लेकिन मामला फिर भी शांत नहीं हुआ। वहीं, हंगामे को कवरेंज करने गए मीडिया कर्मियों से भी हुज्जत कर बैठे।  

खरगोन जिले के छात्रों से सौंपा ज्ञापन

जिले के मंडलेश्वर शहर में भी फर्जीवाड़े को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। यहां पर मामला पूरी तरह से शांतिपूर्वक था। शहर के आसपास के गांव से आने वाले छात्रों ने तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया था। इस दौरान देवकरण नागराज, रितेश शहानी, सचिन खेडेकर, लोकेंद्र शहानी, दीपक भालसे, प्रदीप भालसे, सचिन चौहान, मांगीलाल गाडगे, दीपक चौबे, अरमान गोयल, सुभाष चाकरे समेत कई स्टूडेंट्स शामिल थे। 

क्या है पूरा मामला

गौरतलब है कि, मध्य प्रदेश में अप्रैल-मार्च 2023 में पटवारी परीक्षा का आयोजन हुआ था। जिसका रिजल्ट हाल के दिनों में जारी किया है। जिसमें प्रदेश के ग्वालियर के एक ही केंद्र से उम्मीद्वारों के 140 नंबर तक आए है। लेकिन छात्रों का मानना है कि, इतना कठिन पेपर होने के बावजूद इतने नंबर एक ही सेंटर के कैसे आए है। छात्र इस बात को घोटाला मान रहे है। इसीलिए इस मामले की जांच उच्चस्तीरय लेवल से करवाने की मांग कर रहे है।

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