Navratri 2023: महिला-पुरूष के एक साथ गरबा खेलने पर लगाई रोक, एंट्री के लिए दिखाना होगा ID प्रूफ
गुजरात के अंबाजी मंदिर में गरबा खेलने के लिए पुरूष और महिला खिलाड़ियों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। मंदिर परिसर के चाचरचौक में केवल महिलाएं गरबा खेल सकेंगी, जबकि पुरूष को पीतल गेट के बाहर गरबा खेलना होगा। अगर नियमों का उलंघन किया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएंगी।
आज से नवरात्रि का पर्व शुरू हो गया है। गुजरात में यह पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। यहां के गरबे देखने के लिए दूसरे राज्यों के लोग भी जाते है। इसी बीच अगर आपको पता चले की प्रदेश का एक ऐसा मंदिर जहां पर महिला और पुरूषों के एक साथ गरबा खेलने पर रोक लगाई गई है। इतना ही नही एंट्री के लिए भी यहां पर आपको आईडी प्रूफ (id proof) दिखाना होगा। उसके बाद ही गरबे खेल सकते है या देख सकते है। वहीं, अगर नियमों का पालन नही करते है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएंगी। आइए जानते है क्या है? पूरा मामला....
कहां खेल सकते है गरबा
गुजरात के अंबाजी मंदिर में गरबा खेलने के लिए पुरूष और महिला खिलाड़ियों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। मंदिर परिसर के चाचरचौक में केवल महिलाएं गरबा खेल सकेंगी, जबकि पुरूष को पीतल गेट के बाहर गरबा खेलना होगा। ऐसा इसलिए किया गया है कि, महिलाओं की गरिमा को ध्यान में रखते हुए इस प्रकार का फैसला लिया है।
नो आईडी कार्ड, नो एंट्री
मंदिर परिसर की समिति के फैसले के अनुसार, यहां पर गरबा खेलने और देखने के लिए आईकार्ड (I Card) दिखाना अनिवार्य है। चाचरचौक में प्रवेश लेते समय आधार कार्ड, लाइसेंस समेत सरकार के बनाए गए दस्तावेज दिखाना होगा। उसके बाद ही एंट्री मिलेंगी। अगर नियमों का उलंघन किया तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस तरह का फैसला जिला कलेक्टर और जिला पुलिस प्रमुख ने लिया है।
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तिलक नहीं, प्रवेश नहीं
आगे उन्होंने बताया कि, प्रदेश भर में नवरात्रि धूमधाम से मनाई जाती है। जगह-जगह गरबा का आयोजन हो रहा है। गरबा में कोई विधर्मी ने आए इसके लिए फैसला लिया गया है कि, जो भी गरबा खेलना चाहता है। उसके तिलक लगाने के बाद ही एंट्री मिलेंगी। इसकी जांच विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता कई स्थानों पर करेंगे। कोई भी खिलाड़ी तिलक लगवाने से मना करेंगा तो उसकों अनुमति नही मिलेंगी।
नए नियम कल से होंगे लागू
चाचर चौक में प्रवेश के लिए पहचान प्रमाण पत्र के रूप में आधार कार्ड दिखाना होगा। वहीं 7 नं. गेट से वीआईपी (महिला और बच्चें) को ही प्रवेश मिलेंगा, जबकि पुरूष मुख्य द्वार से पांडाल में प्रवेश करेंगे। नए नियम कल (16 अक्टूबर) से लागू होंगे। मंदिर ट्रस्ट नवरात्रि का उत्सव का हिस्सा रविवार को बनेगा।
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