तत्काल ट्रेन टिकट बुकिंग में बदलाव, आधार ओटीपी से मिलेंगी सीट, कालाबाजी होगी कम
तत्काल टिकट बुक करते समय हर बार "No Ticket Available" दिखाई देता है। अब इस समस्य का समाधान सरकार इसी महीने करने जारी ही है। जल्द ही टिकट खरीदते समय ई-आधार वेरिफिकेशन सिस्टम लागू होने वाला है। इसको लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया एक्स पर इसकी जानकारी साझा की है उन्होंने कहा कि नया नियम लागू होने के बाद सभी यात्रियों के टिकट कंफर्म होगें।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय रेलवे तत्काल टिकट बुकिंग सिस्टम में बड़ा बदलाव करने जारी है। तत्काल टिकट बुक करते समय हर बार "No Ticket Available" दिखाई देता है। अब इस समस्य का समाधान सरकार इसी महीने करने जारी ही है। जल्द ही टिकट खरीदते समय ई-आधार वेरिफिकेशन सिस्टम लागू होने वाला है। इसको लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया एक्स पर इसकी जानकारी साझा की है उन्होंने कहा कि नया नियम लागू होने के बाद सभी यात्रियों के टिकट कंफर्म होगें।
नए नियम से होगी कालाबाजी बंद
रेल मंत्री ने आगे बताया कि फर्जी आईडी, एजेंट्स की धांधली और बॉट्स की बुकिंग पर नकेल कसने का काम करेंगा। और आम यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिलने में आसानी होगी। यात्रियों को इसी महीने के अंत में तत्काल टिकट मिलने में सहायता होगी।
नए नियम से कैसे कंफर्म होगा टिकट
रेलवे अधिकारी के मुताबिक तत्काल टिकट लेने के लिए सबसे पहले यात्रियों को ई-आधार से डिजिटल वेरिफिकेशन कराना होगा। इसके लिए यात्री को IRCTC अकाउंट से अपना आधार वेरिफायइड करना होगा। तत्काल विंडो खुलने के पहले 10 मिनट उन्हीं यात्रियों का टिकट कन्फर्म होगा, जिन्होंने आईआरसीटीसी अकाउंट को आधार से जोड़ा होगा। उन्हीं यूजर्स को टिकट बुकिंग के समय एक ओटीपी प्राप्त होगा। जिसे डालकर वेरिफिकेशन पूरा हो जाएगा।
तत्काल टिकट बुकिंग के लिए क्यों आया नया नियम
रेलवे के मुताबिक, एजेंस्टस की धाधली, फर्जी आईडी और बॉट्स को रोकने के कारण नया नियम लाना पड़ रहा है। गौरतलब है कि तत्काल विंडो ऑनलाइन होने के 10 मिनट के भीतर आधे से ज्यादा टिकटे फर्जी तरीके से बुक हो जाती है और बची हुई टिकटें आम लोगों को मिलती हैं। इस वजह से जरूरतमंद लोगों को टिकट नहीं मिलती है। मजबूरन यात्री को अधिक रूपये देकर टिकट लेना होता है। इससे छुटकारा पाने के लिए सरकार को नया नियम लाने लागू करने की जरूतत पड़ रही हैं। आईआरसीटीसी ने बताया कि पिछले एक साल में 3.5 करोड़ फर्जी यूजर्स के अकाउंट ब्लाक किए है।
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