UP BJP News: गिरने की कगार पर योगी सरकार, 100 विधायक लाइए और सरकार बनाइए- अखिलेश
बीजेपी के अंदर चल रही इस घमासान के बीच Akhilesh Yadav ने कहा कि, मानसून ऑफर चल रहा है। सौ विधायक लाओ और सरकार बनाओ। ये बयान इशारा कर रहा है कि, अगर कोई 100 विधायक तोड़कर लेकर आता है तो वह उसकी सरकार बनाने में मदद करेंगे। लेकिन ये कहने में जीतना आसान है, उतना बहुत कठिन है क्योंकि यूपी में विधानसभा की 403 सीटें है।
Akhilesh Yadav vs CM Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश की राजनीति गरमाती हुई नजर आ रही है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) में इस समय काफी ज्यादा उथल-पुथल देखने को मिल रही है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को हटाने के लिए जोरो-शोरो से तैयारियां हो रही है। इस बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख और विपक्ष के नेता अखिलेश यादव एक्शन मोड़ में नजर आ रहे है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स (पूर्व ट्वीटर) एक पोस्ट अपलोड किया है। इसमें लिखा कि, मानसून ऑफर सौ लाओ और सरकार बनाओं।
क्यू हुई BJP के अंदर हलचल शुरू
गौरतलब है कि, इस घमासान की शुरूआत तब हुई, जब लोकसभा चुनाव के नतीजे आए है। यूपी में भाजपा केवल 33 सीटें पाई। इसके बाद भाजपा में हलचल शुरू हो गई। हाल ही में यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि, संगठन सरकार से बड़ा बड़ा है। इससे कोई बड़ा नहीं है। हर एक कार्यकर्ता हमारा गौरव है। उनके इस बयान को यूपी के सीएम योगी से जोड़कर देखा गया है।
क्या अखिलेश को इस घमासान का मिलेगा फायदा
बीजेपी के अंदर चल रही इस घमासान के बीच Akhilesh Yadav ने कहा कि, मानसून ऑफर चल रहा है। सौ विधायक लाओ और सरकार बनाओ। ये बयान इशारा कर रहा है कि, अगर कोई 100 विधायक तोड़कर लेकर आता है तो वह उसकी सरकार बनाने में मदद करेंगे। लेकिन ये कहने में जीतना आसान है, उतना बहुत कठिन है क्योंकि यूपी में विधानसभा की 403 सीटें है। बहुमत के लिए 202 सीटों की जरूरत होती है। अभी बीजेपी के पास 251 के करीब विधायक है और सहयोगियों को मिलाकर सीटों की संख्या पौने तीन सौ है।
मानसून ऑफ़र: सौ लाओ, सरकार बनाओ! — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 18, 2024
पूर्व राज्यमंत्री ने प्रदेश अध्यक्ष पर साधा निशाना
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बयान के बाद बीजेपी नेता और पूर्व राज्यमंत्री पंडित सुनील भराला ने प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, केशव के इस बयान पर मेरी समझ से संगठन की जिम्मेदारी भी बड़ी होती है। यानी हार की जिम्मेदारी संगठन की है। इसलिए माननीय प्रदेश अध्यक्ष चौधरी को अविलंब हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए आपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
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