Jama Masjid News: यूपी में सुबह के समय जमकर हुआ बवाल, फिर हुई पुलिस टीम पर पत्थरबाजी

सुबह का समय था, घंड़ी में साढ़े सात बज रहे थे, सर्वे टीम जामा मस्जिद (Jama Masjid) के अंदर दाखिल हुई। तकरीबन एक घंटे तक किसी प्रकार की हलचल नहीं हुई थी, लेकिन अचानक से भीड़ वहां पहुंच गई। सुरक्षा में तैनात पुलिस जवानों के साथ भीड़ के बीच बहस शुरू हो गई। मामला गंभीर होने पर डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे,

नवंबर 24, 2024 - 11:55
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Jama Masjid News: यूपी में सुबह के समय जमकर हुआ बवाल, फिर हुई पुलिस टीम पर पत्थरबाजी
Sambhal Jama Masjid News

Sambhal News: उत्तर प्रदेश की संभल जामा मस्जिद में सर्वे को लेकर आज सुबह के समय जमकर हंगामा हुआ। इस बीच गुस्साएं लोगों ने पुलिस टीम पर पत्थरबाजी भी की। भीड़ को वहां से भगाने के लिए पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले दागे गए। मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, कोर्ट के आदेश के बाद रविवार को जब दूसरी बार सर्वे टीम मस्जिद पहुंची तो इस बीच वहां की जनता भड़क गई। 

मामला गंभीर होने की स्थिति में एसपी कृष्णा कुमार बिश्नोई और कलेक्टर डॉ. राजेंद्र पेंसिया मौके पर पहुंचे। गुस्साए लोगों को शांत करने का प्रयांश किया गया। एक वीडियो के देखा जा रहा है कि, सुरक्षा बल हेलमेट पहने हुए है और दूसरी ओर से पत्थरबाजी हो रही है। 

क्या है सुबह का मामला 

सुबह का समय था, घंड़ी में साढ़े सात बज रहे थे, सर्वे टीम जामा मस्जिद के अंदर दाखिल हुई। तकरीबन एक घंटे तक किसी प्रकार की हलचल नहीं हुई थी, लेकिन अचानक से भीड़ वहां पहुंच गई। सुरक्षा में तैनात पुलिस जवानों के साथ भीड़ के बीच बहस शुरू हो गई। मामला गंभीर होने पर डीएम और एसपी मौके पर पहुंचे, तभी आक्रोशित भीड़ ने डीएम और एसपी के नाम से नारेबाजी शुरू कर दी। फिर गुस्साएं लोगों को शांत करने और तितर-बीतर करने के लिए आंसू गैस के गोले उनके ऊपर छोड़े गए। 

जामा मस्जिद

क्या है जामा मस्जिद का पूरा मामला (What is the whole matter of Jama Masjid)

19 नवंबर 2024 (मंगलवार) को संभल जिले की चंदौलसी स्थित आदालत में हिंदू संप्रदाय की ओर से एक याचिका दायर की थी। जिसमें संभल की जामा मस्जिद में हरिहर मंदिर होने का दावा किया गया था। इस याचिका पर सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य सिंह ने मस्जिद के सर्वे के लिए एडवोकेट कमिश्नर का आदेश दिया था। 

जुमे की नमाज को देखते हुए जिले में हाई अलर्ट जारी कर दिया था। सुरक्षा को ध्यन में रखते हुए संभल में भारी संख्या में पुलिस बल, पीएसी और आरआरएफ जवानों को तैनात कर दिया था। 

हिंदू संप्रदाय ने याचिका में क्या किया दावा

इस याचिका में एएसआई, उत्तर प्रदेश सरकार, जामा मस्जिद कमेटी और संभल के जिलाधिकारी को पक्षकार बनाया गया है। वकिल विष्णु जैन से मिली जानकारी के अनुसार, संभल में हरिहर मंदिर हमारी आस्था के केंद्र रहा है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, यहां पर दशावतार में से कल्कि अवतार यहां से हुआ है। वर्ष 1529 में बाबर ने मंदिर को तोड़कर मस्जिद में तबदिल कर दी थी। ये भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संरक्षित इलाका है। जिसमें किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं हो सकता है। 

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