कांग्रेस प्रदेश कार्यलाय में तोड़फोड़, दिग्विजय सिंह और उनके बेटे की फोटो पर गोबर पोता और मारे जूते
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनके बेटे जयलर्धन सिंह का पुतला भी जलाया गया। और इसके पहले यह हुआ कि, दिग्विजय सिंह की तस्वीर पर जूते मारे और गोबर से पोत भी दिया।
MP Congress News: 19 अक्टूबर देर रात कांग्रेस ने मध्य प्रदेश विधानसभा इलेक्शन के लिए दूसरी लिस्ट जारी की थी। इसमें कुल 88 नाम शामिल किए गए थे। इसके एक दिन बाद यानी आज प्रदेश कार्यलाय में टिकट के बंटवारे को लेकर विरोध जताया गया। प्रदर्शन इतना भंयकर हुआ कि, कार्यालय में तोड़फोड़ कर दी गई। मामला यही नही थमा। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनके बेटे विधायक जयलर्धन सिंह का पुतला भी जलाया गया। और इसके पहले यह हुआ कि, दिग्विजय सिंह की तस्वीर पर जूते मारे और गोबर से पोत भी दिया।
भारी संख्या में पीपीसी ऑफिस पहुंचे कार्यकर्ता
शनिवार को नाराज कार्यकर्ता भारी संख्या में भोपाल पहुंचकर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर प्रदर्शन किया। यहां पर शाजापुर जिले के शुजालपुर निवाड़ी, मंदसौर, निवाड़ी, दतिया के कर्याकर्ताओं ने विरोध किया। वह जिनको प्रत्याशी बनाया गया था उनसे असंतुष्ट थे। इसलिए उन्होंने पीसीसी दफ्तर के सामने जमकर नारेबजी भी की।
पूर्व सीएम कमलनाथ के बंगले के बाहर पंगत
दिग्विजय पर पार्टी प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष दामोदर सिंह यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि, ओबीसी (OBC) का हक मारकर अपने रिश्तेदारों को टिकट बांटे है। इतना ही नही उन्होंने अपने समर्थकों के साथ विरोध भी किया। वहीं, दामोदर ने पार्टी को छोड़कर प्रदेश की 16 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात भी कही है।
प्रदर्शन के बीच सैकड़ों कार्यकर्ता पूर्व सीएम कमलनाथ के भोपाल स्थित बंगले पर पहुंचे। वहां पर उन्होंने जमकर नारेबारी की। फिर दोपहर में बंगले के बाहर पंगत लगाकर खाना खाया। ये सभी कार्यकर्ता शुजालपुर विधानसभा से पहुंचे थे। और उन्होंने टिकट बदलने की मांग भी की।
Also Read: MP BJP fifth list: बीजेपी पांचवीं सूची में क्या है खास, और जारी करने में देरी क्यों
खातेगांव प्रत्याशी के कार के कांच फोड़े
देवास जिले की खातेगांव से दीपक जोशी को प्रत्याशी बनाया गया है। इस बीच जब वह शनिवार को खातेगांव पहुंचे। फिर वे नेमावर में मां नर्मादा और भगवान सिद्धनाथ के दर्शन करने गए। इससे पहले ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोक लिया। उनको काले झंडे दिखाए, इसके साथ उनके खिलाफ नारे बाजी की। इतना ही नही जोशी की कार के कांच भी फोड़ दिए। वहीं, उनके गार्ड कार्यकर्ताओं के बीच फंस गए। इस दौरान दीपक गाड़ी से बाहर निकले। वहां पर कुछ देर रूकने के बाद नेमावर के लिए निकल गए।
आपकी प्रतिक्रिया क्या है?