RRTS Inauguration: आज पीएम मोदी करेंगे रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम का उद्घाटन, 180 की रफ्तार
मोदी भारत में RRTS की शुरूआत करेंगे। जो साहिबाबाद और दुहाई डिपो को जोड़ने का काम करेंगी। जो उन्होंने आगे बताया था कि, 17 किलोमीटर प्राथमिकता खंड गाजियाबाद, गुलधर और दुहाई स्टेशनों से होते हुए साहिबाबाद को दुहाई डिपो से जोड़ेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (शुक्रवार) रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) रेलगाड़ियों का उद्घाटन करने वाले है। इन रेलागाड़ियों को 'नमो भारत' (Namo Bharat) के नाम से पहचान मिलेंगी। बताते चलते है कि, इसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बीते गुरूवार को दी थी। उन्होंने बताया था कि, दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस गलियारे का लोकार्पण 20 अक्टूबर 2023 को किया जाएगा। इसके एक दिन बाद यानी 21 अक्टूबर को 17 किलोमीटर लंबा प्राथमिकता खंड यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। ये जानकारी उन्होंने एक्स (ट्वीटर) पर साझा की थी।
Namo Bharat की 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने बुधवार को सूचना साझा करते हुए कहा था कि, मोदी भारत में RRTS की शुरूआत करेंगे। जो साहिबाबाद और दुहाई डिपो को जोड़ने का काम करेंगी। जो उन्होंने आगे बताया था कि, 17 किलोमीटर प्राथमिकता खंड गाजियाबाद, गुलधर और दुहाई स्टेशनों से होते हुए साहिबाबाद को दुहाई डिपो से जोड़ेगा।
इसकी नींव पीएम मोदी ने 8 मार्च 2019 में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ गलियारे की नींव रखी थी। इन रेलगाड़ियों की रफ्तार 180 किलोमीटर प्रति घंटे रहेंगी। जो एक नई आधारित, उच्च आवृति, उच्च गति के साथ इलाके की यात्रा से सुविधा मिलेंगी। यह ट्रेन अंतर शहरी आवागमन के लिए हर 5-15 मिनट में उच्च गति वाली ट्रेन उरलब्ध होगी। दिल्ली में इसके क्षेत्र की संख्या 8 गलियारे की पहचान की गई है। इनमें तीन गलियारों दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ, दिल्ली-पानीपत और दिल्ली-गुरूग्राम-एसनबी-अलवर को पहले प्रथमिकता दी गई है।
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यहां से करेंगे पीएम नमो भारत का उद्घाटन
पीएम मोदी गाजियाबाद से आरआरटीएस का उद्घाटन करेंगे। यहां आने की खबर सुनने के बाद स्थानियन प्रशासन अलर्ट हो गया है। कई रूट को डायवर्ट किया गया है। इसके साथ ही भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात है। बताते चलते है कि, इस प्रोजेक्ट को पूरा होने का समय दिसबंर 2024 बताया जा रहा है। वहीं, दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर को विकसित करने में ₹30,000 करोड़ से अधिक की लागत से किया जा रहा है।
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