Chandrayaan 3: चंद्रयान-3 को अब आम नागरिक भी कर सकेंगे ट्रैक, ISRO ने जारी किया ये आसान तरीका

Chandrayaan 3 की इसरो ने जारी की लाइव लोकेशन। अब आम नागरिक भी ट्रैक कर सकते है। साथ में पता लगा सकते है कि, चंद्रयान 3 की स्थिति क्या है और कहां है।

अगस्त 3, 2023 - 21:49
अगस्त 12, 2023 - 14:14
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Chandrayaan 3: चंद्रयान-3 को अब आम नागरिक भी कर सकेंगे ट्रैक, ISRO ने जारी किया ये आसान तरीका
Chandrayaan 3

Chandrayaan-3: चंद्रयान 3 को चांद की सतह पर लैंडिग करने के लिए महज 20 दिन बचे है। वहीं, अगले दो दिनों के बाद चंद्रमा के पहले ऑर्बिट को पकड़ने की कोशिश करने वाला है। इसरो के वैज्ञानिकों (ISRO Scientists) को सौ प्रतिशत की उम्मीद है कि, इस बार चंद्रयान मिशन सफल होने वाला है। इसी बीच उन्होंने आम लोगों के लिए एक आसान सी प्रक्रिया भी जारी कर दी है कि, चंद्रयान इस समय कहां पर है और अंतरिक्ष में किस ओर बढ़ रहा है। उसकी पूर गतिविधियां लाइव देख सकते है। 

बता दें, इसरो टेलिमेट्री, ट्रैकिंग एंड कमांड नेटवर्क (ISTRAC) लगातार उससे संपर्क बनाए हुए है। इतना ही नही उसकी गति, सेहत और दिशा से लेकर तमाम स्थिति पर नजर बनाए हुए है। उसकी पूरी प्रक्रिया पर इसरो के बेंगलुरू स्थिति आईएसटीआरओसी से नजर रखा रहा है। इसी बीच इसरो ने आम नागरिकों के लिए लाइव ट्रैकर लॉन्च कर दिया है। जिसके जरिए कही से भी चंद्रयान 3 को देख सकते है।  

चंद्रयान 3 की स्पीड क्या है

इसरो से मिली सूचना के मुताबिक, इस समय चंद्रयान 3 की स्पीड करीब 37,200 किलोमीटर प्रतिघंटा है, जो चांद की तरफ बढ़ रहा है। इसी रफ्तार के साथ अभी हाइवे पर ही चल रहा है। आगे उन्होंने बताया कि, दो दिन बाद यानी 5 अगस्त की शाम 6.59 बजे पर वह चंद्रमा के पहले ऑर्बिट में पहुंच जाएगा। अभी वह चंद्रमा की सतह से करीब 40,000 किलोमीटर दूर रहेगा। क्योंकि यहां से चांद की गुरूत्वार्षण शक्ति शुरू हो जाती है।  

चांद के ऑर्बिट को पकड़ने के लिए इतनी होगी रफ्तार

चंद्रयान 3 को चांद के ऑर्बिट को पकड़ने के लिए मौजूदा गति को कम करनी होगी। यानी की करीब 37,200 किलोमीटर की रफ्तार से चल रहा है तो इसे करीब 7,200 से 3,600 किलोमीटर प्रतिघंटे के बीच लानी होगी। ऑर्बिट के अंदर जाने के लिए 5 से 23 अगस्त तक उसकी गति को लगातार कम करेंगे। क्योंकि, चांद का गुरूत्वार्षण शक्ति के हिसाब से चंद्रयान की स्पीड अधिक है। अगर गति को कम नही किया तो कुछ भी हो सकता है। धीरे-धीरे उसकी रफ्तार को कम किया जाएगा और उसे चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास उतारा जाएगा। 

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रफ्तार कम नही हुई तो क्या होगा

गौरतलब है कि, पृथ्वी की ग्रैविटी चंद्रमा से 6 गुना अधिक है। अगर चंद्रयान 3 की गति को कम नही किया तो वह चांद से आगे निकल जाएगा। हालांकि, ऐसा नही होने वाला है। क्योंकि, चंद्रयान 3 इस समय 288 x 369328 किलोमीटर की ट्रांस लूनर ट्रैजेक्टरी में सफर कर रहा है। अगर किसी कारण से यह चंद्रमा के ऑर्बिट को नहीं पकड़ पाता है तो फिर 230 घंटे के बाद पृध्वी की पांचवी कक्षा में वापस आ जाएगा। इसके बाद वैज्ञानिक एक ओर कोशिश करके इसे वापस चंद्रमा में भेजने के लिए।  

चंद्रयान 3 की लाइव लोकेशन देखने के लिए यहां क्लिक करें।

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