Chandrayaan 3 : भारत ने रचा इतिहास, अब इस दूसरे मिशन के लिए है तैयार इसरो, जानिए
आज का दिन भारत वासियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण दिन बन गया है। चंद्रयान 3 ने चांद पर अपना कदम रख दिया हैं और पूरे देश में भारत ने इतिहास रच दिया हैं।
Chandrayaan 3: आज का दिन भारत वासियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण दिन बन गया है। चंद्रयान 3 ने चांद पर अपना कदम रख दिया हैं। इसी के साथ देशभर में जश्न का महौल बन गया। वहीं, आज की तारीख भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखी जाएगी। इसरो (ISRO) की ये मेहनत रंग लाई है। बता दें, चंद्रयान 3 चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग के साथ भारत चंद्रमा पर पहुंचने वाला चौथा देश बन गया हैं । वहीं दक्षिणी ध्रव पर उतने के बाद दुनिया का पहले देश बन गया है। पूरी दुनिया की नजर केवल चंद्रयान 3 के मिशन पर टिकी थी। 23 अगस्त की शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान 3 चांद के दक्षिणी पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग की हैं।
ये भारत के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण है। ओर सभी देशवासियों के लिए ऐतिहासिक दिन बन गया हैं। चंद्रयान 3 की इतनी बड़ी कामयाबी भारत के लिए है। जो हर नागरिक के लिए खुशी का दिन बन गया है। इसरो के चेयर मैन ने सभी को धन्यवाद और शुभकामनाएं दी हैं। आज का दिन सभी के लिए एक बेहद खुशी का दिन बन गया हैं। दरअसल, चार साल से इसरो के 12000 से भी ज्यादा वैज्ञानिक इस पर लगातार मेहनत कर रहे थे। उनकी मेहनत आज रंग लाई है। अब भारत का नाम दुनिया के 4 देशों के साथ जुड़ गया है। आज 140 करोड़ जनता की प्रार्थना काम आई है।
पीएम मोदी ने इसरो को दी शुभकामनाएं
बुधवार को चंद्रयान 3 की इतनी बड़ी कामयाबी पर पीएम मोदी ने बधाई दी हैं। उन्होंने इसरो को फोन पर बधाई और शुभकामनाएं दी Chandrayaan 3 की इस बड़ी सफलता पर इसरो के एस सोमनाथ ने कहा की पीएम ने हम सभी को बधाई दी। इसके अलावा ये भी कहा की इसरो का अगला मिशन जो आदित्य एल- 1 है। जो कि श्रीहरिकोटा में तैयार किया जा रहा है।
कैसे हुई चंद्रयान की लैंडिंग
जब चंद्रयान 3 ने चांद पर उतरने की यात्रा शुरू की थी। विक्रम लेंडर चांद से केवल 25km दूर था। उसे अगली स्टेज पर पहुंचने के लिए लगभग 11मिनट लगा।
कुछ ही देर में विक्रम लैंडर आएगा बाहर
थोड़ी देर पहले ही चंद्रयान 3 ने चांद के दक्षिणी पोल पर अपना अपना कदम रख दिया है। अब इंतजार उस समय का है। जिस वक्त विक्रम लैंडर बाहर आएगा। ओर चांद की सतह पर अपनी खोजबीन शुरू करेगा।
Read More : Chandrayaan 3: 56 साल पहले इस एक्टर ने चांद पर रखा था कदम, नाम सुन उड़ जाएंगे होश
आम आदमी को होंगे ये फायदे
चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के बाद इसका आम जनता को ये फायदे हो सकते है। बता दें, चंद्रयान 3 और मंगलयान जैसे स्पेसक्राफ्ट में लगे पेलोड इसका मतलब वहां लगे उन यंत्रों का इस्तेमाल मौसम और संचार संबंधी सेटेलाइट में होता हैं। इनमे रक्षा सेटेलाइट और नक्शा बनाने वाले सेटेलाइट होते हैं। इन यंत्रों का उपयोग बहुत कम होता हैं। लेकिन इससे अंतरिक्ष में होने वाली क्रियाओं की निगरानी हो जाती है।
आपकी प्रतिक्रिया क्या है?