प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दिया बड़ा बयान
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि “मैं कभी भी प्रधान मंत्री पद की दौड़ में नहीं था। आज मैं जो कुछ भी हूं, उससे संतुष्ट हूं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी(Nitin Gadkari) ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि “मैं कभी भी प्रधान मंत्री पद की दौड़ में नहीं था। आज मैं जो कुछ भी हूं, उससे संतुष्ट हूं। मैं दृढ़ विश्वास के साथ एक प्रतिबद्ध भाजपा कार्यकर्ता हूं, न कि हिसाब-किताब वाला राजनेता।'' टाइम्स ऑफ इंडिया के इंटरव्यू में वह उन अटकलों के बारे में एक सवाल का जवाब दे रहे थे कि अगर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार आगामी लोकसभा में बहुमत हासिल करने में विफल रहती है तो वह "सर्वसम्मति से पीएम का चेहरा" हो सकते हैं।
'तीसरी बार केंद्र में फिर से सरकार बनाएंगे' (Will form government again at the Center for the third time)
उन्होंने कहा, “मैं सबका साथ, सबका विकास में विश्वास करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में NDA सरकार सराहनीय काम कर रही है। मुझे विश्वास है कि हम पीएम मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार केंद्र में फिर से सरकार बनाएंगे।''
'राम मंदिर मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए' (Ram Mandir issue should not be politicized)
इसके साथ सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन और भारतीय जनता पार्टी द्वारा पेश किए गए "आक्रामक हिंदुत्व" के आरोपों पर भी बात की। उन्होंने कहा, “मैं स्पष्ट रूप से सोचता हूं कि राम मंदिर मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। यह आस्था का सवाल है और लोग खुश हैं कि उनका सपना सच हो गया।''
'हमें लोगों की इच्छाएं पूरी करने में खुशी हो रही' (We are happy to fulfill people's wishes)
उन्होंने आगे कहा कि मैं जाति, पंथ या धर्म की विभाजनकारी राजनीति में विश्वास नहीं करता। लंबी कानूनी लड़ाई और लोगों के संघर्ष के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर निर्माण का अधिकार दिया था। ये हमारे घोषणा पत्र में भी था। हमें लोगों की इच्छाएं पूरी करने में खुशी हो रही है।
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