यूनेस्को की अस्थायी सूची में शामिल हुए मध्य प्रदेश के छह विरासत स्थल
मध्य प्रदेश के छह विरासत स्थलों को यूनेस्को की अस्थायी सूची में शामिल किया गया है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसके लिए राज्य के लोगों को बधाई दी, उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी घोषणा की।
मध्य प्रदेश(Madhya Pradesh) के छह विरासत स्थलों को यूनेस्को(UNESCO) की अस्थायी सूची में शामिल किया गया है। मध्य प्रदेश(Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसके लिए राज्य के लोगों को बधाई दी, उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने एक्स पर लिखा कि मध्य प्रदेश(Madhya Pradesh) के कई महत्वपूर्ण स्थलों को यूनेस्को की अस्थायी सूची में शामिल किया गया है। इस नई सूची में शामिल स्थलों में ग्वालियर किला, धमनार का ऐतिहासिक समूह, भोजेश्वर महादेव मंदिर, चंबल घाटी के रॉक कला स्थल, खूनी भंडारा, बुरहानपुर और रामनगर, मंडला के भगवान स्मारक भी शामिल हैं।
'जल्द ही देशी-विदेशी पर्यटकों के आने की संभावना' (Possibility of arrival of domestic and foreign tourists soon)
इसके साथ नगर निगम आयुक्त संदीप श्रीवास्तव ने कहा, "2010 में भूमिगत जल संरचना खूनी भंडारा को यूनेस्को की विश्व धरोहर की सूची में शामिल करने के प्रयास शुरू किए गए थे। 2013 में यूनेस्को की एक टीम इस संरचना को देखने आई थी। उनके द्वारा बताई गई सभी कमियों को दूर किया गया।" अब जिला प्रशासन, नगर निगम प्रशासन और मध्य प्रदेश सरकार ने यहां जल्द ही देशी-विदेशी पर्यटकों और शोधकर्ताओं के आने की संभावना को देखते हुए यहां सुविधाएं उपलब्ध कराने की कार्ययोजना तैयार की है।''
'लोकप्रिय खुनी भंडार यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में हुआ शामिल' (Popular Khuni Bhandar included in UNESCO's World Heritage List)
बुरहानपुर से बीजेपी विधायक अर्चना चिटनीस ने बुरहानपुर के ऐतिहासिक और देश भर में लोकप्रिय खुनी भंडार को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल होने को बड़ी उपलब्धि बताया है। उन्होंने कहा कि इसकी कल्पना 2006 में की गयी थी, इसके लिए प्रयास 2010 में शुरू किये गये थे और 2013 में यूनेस्को की टीम ने इसका निरीक्षण किया था।
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