RBI Monetary Policey में कोई बदलाव नहीं, साल 2024 को लेकर जताई ये बड़ी आशंका
RBI मौद्रिक पॉलिसी का लोगों को बेसब्री से इंतजार था। लेकिन रिपोर्ट आते ही उनके चेहरे पर उदासी देखने को मिली है।
देश में महंगाई को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक का एक फैसला आने वाले था। इस पर देशवासियों की नजर टिकी हुई थी। ताकि उनको महंगाई से राहत मिल सकें। लेकिन उसमे कोई बदलाव नहीं हुआ है। बता दें, गुरूवार को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने नई रेपो रेट दर का ऐलान कर दिया है। उन्होंने मौद्रिक नीति का ऐलान करते हुए कहा कि, रेपो रेट और रिजर्व रेपो रेट में कोई परिवर्तन नही किया गया है। पिछला रेपो रेट 6.50 प्रतिशत की दर बरकरार रहेंगी।
क्या महंगाई आएगी काबू में
रेपो रेट दर में बदलाव को लेकर सस्ते लोन लोने वालों की नजरें आज के दिन पर बनी हुई थी। लेकिन उनके हाथ केवल निराशा ही लगी है। इन दरों को बरकरार रखने की सहमति मौद्रिक नीति समिति ने ली है। यह बैठक तीन दिन से हो रही है। तब जाकर ये बड़ा फैसला लिया गया है। वहीं, जिन लोगों के लोन पहले से ही चल रहे है। उनकी किश्तों में कोई बदलवा देखने को नही मिलेगा।
गवर्नर दास ने बताया कि, आरबीआई का हमेशा से फोकस महंगाई को कम करने पर रहा है। ताकि देश की अर्थव्यवस्था की ग्रोथ को बरकरार रखा जा सकें।उन्होंने आगे बताया कि, इस बार महंगाई हमारे टार्गेट से अधिक रही है। इसको 4 फीसदी पर लाने के लिए कई प्रयार किए जा रहे है। इस बार कोर महंगाई दर में कमी आती जा रही है। इसके असर नीतिगत दरों में देखने को मिलेगा। वहीं जुलाई अगस्त में महंगाई दर अधिक रहने का अनुमान है। जिसकी चपेट में सब्जियां आ सकती है।
साल 2024 में महंगाई चिंता का विषय
दास ने आगे बताया कि, हमारे विशेज्ञ्यों का अनुमान है कि, वित्त वर्ष 2023-24 में महंगाई दर 5.4 फीसदी दर पर रहने वाली है। जो पिछली बार 5.1 प्रतिशत पर थी। हम मौद्रिक नीति को लगातार ट्रेक कर रहे है। वहीं, आगले साल 2024 में काबू करने के पूरे प्रयास कर रहे है। लेकिन खाद्य महंगाई दर चिंता का विषय बनी हुई है।
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जीडीपी की ग्रोथ रेट दमदार
साल 2024 में जीडीपी 6.50 फीसदी पर रहने का अनुमान है। कई देशों की अर्थव्यवस्था की तुलना में भारती की अर्थव्यवस्था दमदार रहने वाली है। महंगाई के दौरान भी भारतीय अर्थव्यस्था की विकास दर दुसरे देशों की तुलना में मजबूती से बनी हुई है। इसके लिए भारत को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी वजह से हम मजबूती से खड़े है और हर लड़ाई लड़ने को तैयार है।
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