सांसद महुआ मोइत्रा ने पत्र लिखकर लोकसभा से मांगा समय, बताई ये वजह
"मैं पश्चिम बंगाल राज्य का प्रतिनिधित्व करती हूं जहां दुर्गा पूजा सबसे बड़ा त्योहार है। मैं पहले से ही अपने क्षेत्र में कई पूर्व-निर्धारित विजयादशमी सम्मेलनों/बैठकों में भाग लेने के लिए प्रतिबद्ध हूं।
तृणमूल लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने नकदी के बदले सवाल के आरोपों के संबंध में लोकसभा आचार समिति के समन का जवाब दिया है। उन्हें लोकसभा समिति ने तय की गई तारीख 31 अक्टूबर को पैनल के सामने उपस्थित होने को कहा था। लेकिन उन्होंने 31 तारीख को असमर्थता व्यक्त करते हुए कहा कि, वह 5 नवंबर के बाद समिति के सामने मौजूदी होगी। तारीख और समय पर समिति के समक्ष व्यक्तिगत रूप से उपस्थित हो सकती हैं। महुआ मोइत्रा ने पत्र में लिखा, दुर्गा पूजा उत्सव होने के कारण वजह उपस्थित नही हो सकती है। आगे उन्होंने कहा कि, "मैं पश्चिम बंगाल राज्य का प्रतिनिधित्व करती हूं जहां दुर्गा पूजा सबसे बड़ा त्योहार है। मैं पहले से ही अपने क्षेत्र में कई पूर्व-निर्धारित विजयादशमी सम्मेलनों/बैठकों में भाग लेने के लिए प्रतिबद्ध हूं।" 30 अक्टूबर से 4 नवंबर 2023 तक निर्वाचन क्षेत्र व्यस्त हूं, इसलिए मै 31 अक्टूबर 2023 को दिल्ली नहीं आ सकती हूं।
निष्पक्ष सुनवाई
उन्होंने आगे लिखते हुए कहा कि, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्राई की शिकायतों के खिलाफ खुद का बचाव करने के लिए निष्पक्ष सुनवाई के लिए बेहद ही उत्सुकता है। लेकिन समिति ने प्राकृतिक न्याय के आदेश के खिलाफ पहले शिकायतकर्ताओं को बुलाया और उनको सुना। फिर उन्होंने अपनी व्यक्तिगत उपस्थिति के लिए अधिक समय की मांग की। वहीं, लोकसभा सांसद रमेश बिधूड़ी का उदाहरण देते हुए कहा, उन्हें समय दिया गया क्योंकि उनका कार्य पहले से तय था।
Chairman, Ethics Comm announced my 31/10 summons on live TV way before official letter emailed to me at 19:20 hrs. All complaints & suo moto affidavits also released to media. I look forward to deposing immediately after my pre- scheduled constituency programmes end on Nov 4. pic.twitter.com/ARgWeSQiHJ — Mahua Moitra (@MahuaMoitra) October 27, 2023
कंगारू कोर्ट
महुआ मोइत्रा ने अपने जवाब में कहा कि, उन्हें उद्योगपति हीरानंदानी से क्रोस-इगजामिन करने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करने की अनुमति दी जानी चाहिए। "यह जरूरी है कि वह समिति के समक्ष उपस्थित हों और कथित उपहारों और उपकारों की एक विस्तृत सत्यापित सूची प्रदान करें जो उन्होंने कथित तौर पर मुझे प्रदान किए हैं। मैं रिकॉर्ड पर रखना चाहता हूं कि श्री हीरानंदानी के मौखिक साक्ष्य के बिना कोई भी जांच अधूरी, अनुचित और होगी महुआ ने लिखा, "कंगारू अदालत" आयोजित करने के समान और उन्हें भी समिति की अंतिम रिपोर्ट से पहले पेश होने के लिए बुलाए जाने की आवश्यकता होगी।
आपकी प्रतिक्रिया क्या है?