ISRO's Suryaan Mission: PAPA को मिली अहम जिम्मेदारी, जानिए भारत के लिए क्या होगा खास
सात पेलोड्स लॉन्च होने की कगार पर है। इनमें प्लाज्मा एनालाइजर पैकेट फॉर आदित्य (PAPA) एक अहम रोल निभाएगा। ऐसा लगता है कि, इसके बिना ये मिशन अधुरा रहने वाला है।
India' Suryayaan: चंद्रयान 3 के बाद इसरो दूसरे मिशन के लिए लगभग तैयार है। इस समय इसरों सूर्ययान मिशन की तैयारी में लगा हुआ है। सूर्ययान यानी आदित्य-L1 के पास सूरज की स्टडी करने जा रहा है। इसके लिए सात पेलोड्स लॉन्च होने की कगार पर है। इनमें प्लाज्मा एनालाइजर पैकेट फॉर आदित्य (PAPA) एक अहम रोल निभाएगा। ऐसा लगता है कि, इसके बिना ये मिशन अधुरा रहने वाला है। आइए पूरी डिटेल के साथ जानते है। क्या है सूर्ययान मिशन...
क्या है सूर्ययान मिशन
चंद्रयान 3 मिशन चंदा मामा की शेर पर निकला है। इस मिशन के तहत चंद्रमा पर किस प्रकार का पर्यावरण है। इसकी जानकारियां जुटाएगा। वहीं, सूर्ययान सूरज की स्टडी करने वाला है। इसकी स्टडी के लिए इसरो आदित्य-L1 के पास सातों पेलोड्स सूर्य के पास भेजेगा। इन सातों का अलग-अगल काम होने वाला है। इन्ही सातों पेलोड्स के बारे में जानने वाले है। आइए जानते है....
- विजिबल लाइन एमिसन कोरोनाग्राफ (VELC)- इस स्पेसक्राफ्ट को पीएसएलवी रॉकेट (PSLV Rocket) से लॉन्च किया जाएगा। इसे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिडिक्स ने बनाया है, जो सूर्ययान में लगा पीईएलसी सूरज की एचडी फोटो लेना का काम करेंगा। यह पेलोड में लगा कैमरा सूरज की आई रेजोल्यूशन तस्वीरें लेने का काम किया जाएगा। इसके साथ स्पेक्ट्रोस्कोपी और पोलैरीमेट्री भी काम करेंगे।
- प्लाज्मा एनालाइजर पैकेज फॉर आदित्य (PAPA)- यह पेलोड सूरज से निकलने वाली गर्म हवाओं में मौजूद इलेक्ट्रॉन्स और आयन की दिशाओं का पता लगाकर उनकी स्टडी करेंगा। इससे यह पता चलेगा की सूर्य पर कितनी गर्मी है। साथ ही चार्ज्ड कणों यानी आयंस के वजन के बारें में जानकारियां जुटाएगा।
- सोलर अल्ट्रावायलेट इमेजिंग टेलिस्कोप (SUIT)- यह पेलोड एक अल्ट्रावायलेट टेलिस्कोप है। इसकी मदद से सूरज की अल्ट्रावायलेट वेवलेंथ की तस्वीरें लेगें। इसके साथ ही सूर्य के फोटोस्फेयर और क्रोमोस्फेयर की तस्वीरें लेने वाला है। बता दें, यह नैरो और ब्रॉडबैंड इमेजिंग होने वाला है।
- सोलर लो एनर्जी एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर (SoLEXS)- ये पेलोड सूर्य से निकलने वाली एक्स-रे और उसमें आने वाले बदलावों की स्टडी करने वाला है। इसके अलावा यह सौर लहरों से निकलने वाले हाई-एनर्जी एक्स-रे का भी अच्छे से अध्ययन करने वाला है।
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- हाई एनर्जी L1 ऑर्बिटिंग एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर (HEL1OS)- यह पेलोड एक हाई लेवल का स्पेक्ट्रोमीटर होगा। जो सूरज से निकलने वाली हार्ड एक्स-रे किरणों की स्टडी करने का काम करेगा।
- आदित्य सोलर विंड पार्टिकल एक्सपेरिमेंट (ASPEX)- इस पेलोड में दो सब-पेलोड्स लगे है। पहले का नाम सोलर विंड आयन स्पेक्ट्रोमीटर (SWIS) है। इसका काम सूरज से कम ऊर्जा वाले प्रोटोन्स और अल्फा पार्टिकल्स का अध्ययन करेगा। वहीं दूसरे का नाम सुपरथर्मल एंड एनर्जेटिक पार्टिकल स्पेक्ट्रोमीटर (STEPS) है, जो सौर हवाओं से अधिक तीव्रता वाले पार्टिकल्स की स्टडी करेगा।
- एडवांस्ड ट्राई-एक्सियल हाई रेजोल्यूशन डिजिटल मैग्रेटोमीटर्स (MAG)- इस पेलोड का काम सूरज के चारों तरफ मैग्रेटिक फील्ड का अध्ययन करेगा। इसके साथ ही धरती और सूरज की बीच मौजूद तीव्रता नापने का काम भी करेंगा। इसके अलावा इस पेलोड में दो मैग्रेटिक सेंसर्स के दो सेट है। जो सूर्ययान के मेन बॉडी से तीन मीटर आगे निकले रहेंगे।
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