BJP युवा नेता कमल कानूडे़े निकले कावड़ यात्रा पर, भारी संख्या में मौजूद कावड़िया
शिव भगवान के नारे लगते हुए शनिवार (27 जुलाई) को ग्राम जलूद से निकले है। वे सावन के दूसरे सोमवार (29 जुलाई) को ओंकारेश्वर पहुंचेंगे। वहां पर शिव भगवान को जल चढ़ाकर वापस कावड़ियो के साथ अपने घर के लिए निकलेगें। बता दें, आज वे बढ़दिया-बंजारी में कावड़ियो के साथ रात रुकेंगे और शिव कि आराधना करके भजन कीर्तन करेंगे।
Kavad Yatra 2024 News: सावन का महीना शुरू हो गया है। मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर में हर साल लाखों शिव भक्त जल चढ़ाने के लिए पहुंचते है। हर साल की तरह इस साल भी भाजपा के युवा नेता कमल कानूड़े कई शिव भक्तों के साथ आज (शनिवार) को निकल गए है। उन्होंने जलूद नर्मदा घाट से कावड़ की पूजा पाठ करके कावड़ियो के साथ ओंकारेश्वर के लिए निकल गए है।
कब पहुंचेंगे ओंकारेश्वर
कमल कावड़ियो के साथ शिव भगवान के नारे लगते हुए शनिवार (27 जुलाई) को ग्राम जलूद से निकले है। वे सावन के दूसरे सोमवार (29 जुलाई) को ओंकारेश्वर पहुंचेंगे। वहां पर शिव भगवान को जल चढ़ाकर वापस कावड़ियो के साथ अपने घर के लिए निकलेगें। बता दें, आज वे बढ़दिया-बंजारी में कावड़ियो के साथ रात रुकेंगे और शिव कि आराधना करके भजन कीर्तन करेंगे।
पार्टी ने उन्हें भाजपा मंडल महामंत्री अजा मोर्चा, जिला मीडिया प्रभारी और युवा मोर्चा मजदूर संघ के पद पर नियुक्त किया है। वे जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि भी है।
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जलूद नर्मदा घाट पर कावड़ की पूजा करते हुए- कमल कानूड़े
कौन थे पहले कावड़िया
देश में कई विद्वान रहे है। अलग-अलग विद्वानों के मुताबिक, सबसे पहले कावड़िया परशुराम, श्रवण कुमार और भगवान राम को मानते है। इन्होंने ही सबसे पहले शिवलिंग का जलाभिषेक किया था। पुराणों के अनुसार कावड़ की परंपरा की शुरूआत रावण ने की थी।
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