भाजपा इन तीन महिलाओं को बना सकती है राष्ट्रीय अध्यक्ष, जानिए उनका राजनीतिक करियर और पार्टी में मजबूती
भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने पर विचार कर रही है। जानकारी के मुताबिक, इस पद के लिए तीन महीलाओं के नाम सामने आए हैं, जिसमें वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण, आंध्र प्रदेश की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डी पुरंदेश्वरी और विधायक और पूर्व महिला मौर्च की राष्ट्रीय अध्यक्ष वनाथी श्रीनिवासन हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी में बड़े बदलाव की जानकारी मिली है। जनवरी 2023 से राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी खाली है। मौजूदा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (जेपी नड्डा) का कार्यकाल खत्म हो गया है। उनकी जगह अब पार्टी किसी महिला को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने पर विचार कर रही है। जानकारी के मुताबिक, इस पद के लिए तीन महिलाओं के नाम सामने आए हैं, जिसमें वित्त मंत्री निर्माला सीतारमण, आंध्र प्रदेश की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डी पुरंदेश्वरी और विधायक और पूर्व महिला मौर्च की राष्ट्रीय अध्यक्ष वनाथी श्रीनिवासन हैं। इनमें से किसी एक को पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष बना सकती है।
बता दें कि भाजपा के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2023 में समाप्त हो चुका था, लेकिन साल 2024 में लोकसभा चुनाव और कुछ राज्यों के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए जून 2024 तक जेपी नड्डा को पद संभाले की जिम्मेदारी सौंप दी गई थी।
निर्मला सीतारमण का राजनीतिक करियर
वित्त मंत्री ने साल 2008 में भाजपा ज्वाइन की, जिसके बाद से 2014 तक पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता के तौर पर काम किया। फिर उन्हें 2014 में नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में एक जूनियर मंत्री के रूप में काम करने का मौका मिला। इसी साल (2014) जून में सीतारमण को आंध्र प्रदेश से राज्यसभा सदस्य के रूप में चुन लिया गया। इसके बाद मई 2016 में राज्यसभा चुनाव लड़ने के लिए नामित किया, जिसका चुनाव 11 जून को होना था। उन्होंने कर्नाटक सीट से चुनाव लड़ा और विजय हुई। मोदी सरकार में 3 सितंबर 2017 में उन्हें रक्षा मंत्री नियुक्त किया गया। फिर पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में 31 मई 2019 को वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। मौजूदा समय में सीतारमण की पार्टी में मजबूत पकड़ हैं। बता दें कि उनका जन्म 18 अगस्त 1959 में तमिलनाडू के मदुरै में हुआ था। उनके पति कांग्रेस को सपोर्ट करते थे और उनकी रूची भाजपा में थी।
वनथी श्रीनिवासन का राजनीतिक करियर
श्रीनिवासन पेशे से वकील हैं। उनका राजनीतिक करियर साल 1993 से शुरू होता है। उन्होंने 1993 में भाजपा की सदस्यता ली, उसके बाद से 1999 तक पार्टी के विभिन्न अहम पदों पर काम किया। साल 2023 में उन्हें भाजपा तमिलनाडू की राज्य सचिव एक साल के लिए नियुक्त किया गया। जिसके बाद उन्होंने भाजपा तमिलनाडू, प्रदेश महासचिव के पद पर जून 2020 तक काम किया। जिसके बाद उन्हें राज्य उपाध्यक्ष के रूप में भी काम किया। वहीं, साल 2020 के 28 अक्टूबर को उनको पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में उन्हें भाजपा महिला मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया। उन्होंने साल 2016 में कोयंबटूर दक्षिण विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन वह हार गई। साल 2021 में फिर से कोयंबूर दक्षिण विधानसभा से चुनाव लड़ने का पर्चा भरा और जीत हासिल की। फिलहाल वह विधायक है और पार्टी में अच्छी पकड़ हैं।
डी. पुरंदेश्वरी का राजनीतिक करियर
डी, पुरंदेश्वरी का पूरा नाम दग्गुबाती पुरंदेश्वरी है। उनका राजनीतिक करियर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) के साथ 2004 से शुरू हुआ था। उनको 2009 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया और 2012 में वाणिज्य उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में काम किया। उन्होंने दो लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ से प्रतिनिधित्व किया। लेकिन किसी कारण से 2014 में कांग्रेस पार्टी छोड़ दी। 7 मार्च 2014 को भाजपा ज्वाइन कर ली। वह भाजपा के टिकट पर 2014 में राजमपेट लोकसभा सीट से चुनाव लड़ी, लेकिन हार गई। उन्हें भाजपा महिला मोर्च का प्रभारी बनाया गया। 4 जुलाई 2023 यानी आज के दिन आंद्र प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। बता दें कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर अभियान में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस वजह से भी उनको भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
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