628 पेज की Book को 28 साल से पढ़ रहे लोग, फिर भी नहीं हो रही खत्म, जानें क्या है रहस्य

फिन्नेगन वेक नॉवेल के एक-एक पेज को समझने और इसमें लिखें रहस्यों को जानने में 28 साल बीता दिए है। यह इतना जटिल नॉवेल है कि, कोई पाठक एक बार में पढ़ेगा तो उसे समझ में कुछ नहीं आएगा। इस नॉवेल में हर एक शब्द इतना कठिन है कि, उसको समझने में घंटों लग जाएंगे। उसके बाद उन्होंने ये कठिन 'फिन्नेगन' नॉवेल लिख दिया है। जिसे उन्हें पढ़ते-पढ़ते 28 साल बीत गए है। फिर भी खत्म नहीं हो रहा है। 

नवंबर 22, 2023 - 20:58
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628 पेज की Book को 28 साल से पढ़ रहे लोग, फिर भी नहीं हो रही खत्म, जानें क्या है रहस्य
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किताब का नाम सुनते ही कई लोगों को निंद आने लगती है, जबकि, कुछ लोग किताबें शौक से पढ़ते है। इतना ही नहीं किताब के अंदर इतना डूब जाते है कि, एक ही दिन में पूरी पढ़ देते है। अधिकांश लोग किताबों का इस्तेमाल नहीं करते है। इसकी वजह बनी सोशल मीडिया की वजह से मोबाइल, लैपटॉप और टीवी से चिपके रहते है। घंटों समय बर्बाद कर देते हैं। इस बीच एक हैरान करने वाले खबर सामने आई है, जो किताब से जुड़ा मामला है। लोगों का एक ग्रुप है, जो 28 सालों से एक किताब को बढ़ रहे है। फिर भी वह अभी तक खत्म नहीं हुई है। मजे की बात ये भी है कि, उस किताब में लाखों-हजारों पेज भी नहीं है। मात्र वह किताब 628 पेजों की है। आइए जानते है कौन सी है वह किताब?

क्या है किताब का नाम

जिस को 28 सालों से एक समुह पढ़ रहा है। उसका नाम Finnegans Wake है। इसे जेम्स जॉयस नाम के राइटर ने लिखी है। वह आयरिश का रहने वाला है। बताते चलते है कि, यह किताब असल में एक नॉवेल है। जिसमें कुल 628 पेज है। ऑडिटी सेंट्रल वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, कैलिफोर्निया स्थित एक बुक क्लब ने इस नॉवेल का पहला वाचन पूरा किया है।  

दरअसल, इसके लेखन जेम्स ने एक बार कहा था कि, वह अपने पाठकों से जो मांग करते है, वो ये है कि, वह अपना पूरा जीवन उनकी रचानाओं को पढ़ने के लिए समर्पित करना चाहते है। इसके बाद कुछ पाठकों ने उनके इस कदम को सीरियसली ही ले लिया था। उसके बाद उन्होंने ये कठिन 'फिन्नेगन' नॉवेल लिख दिया है। जिसे उन्हें पढ़ते-पढ़ते 28 साल बीत गए है। फिर भी खत्म नहीं हो रहा है। 

Finnegans Wake कितनी भाषाओं में है लिखी 

रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि, बुक क्लब के सदस्यों ने फिन्नेगन वेक नॉवेल के एक-एक पेज को समझने और इसमें लिखें रहस्यों को जानने में 28 साल बीता दिए है। यह इतना जटिल नॉवेल है कि, कोई पाठक एक बार में पढ़ेगा तो उसे समझ में कुछ नहीं आएगा। इस नॉवेल में हर एक शब्द इतना कठिन है कि, उसको समझने में घंटों लग जाएंगे। इस नॉवेल को करीब 80 भाषाओं में संदर्भित करते हुए पुनर्आविष्कृत शब्दों, वाक्यों और संकेतों के जटिल मिश्रण में लिखा गया है।  

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इस किताब को पढ़ने के लिए कैसे बना ग्रुप

इस किताब को पढ़ने के लिए कैलिफोर्निया के एक फिल्म निर्माता गेरी फियाल्का ने साल 1995 में बनाया था। और किताब के केवल दो पेज पढ़ने और उन पर विचार विमर्श करने के लिए 10 से 30 लोग एक लाइब्रेरी में बैठते थे। हर 6 महीने में उन पेजों पर विचार करते थे और उन्हें समझने की कोशिश करते थे। हालांकि बाद में उन्होंने पेज की संख्या घटाकर एक पेज कर दिया था। इस ग्रुप के एक सदस्य पीटर क्वाड्रिनो (38 वर्ष) ने बताया कि, किताब पढ़ते वक्त 30 अलग-अगल विकिपीडिया टैब खोलकर बैठते थे। तभी किताब में लिखे एक-एक शब्द का मतलब समझ में आता था। इस ग्रुप ने माना कि, फिन्नेगन वेक कभी भी खत्म होने वाली किताब है। 

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