Khargone Bus Accident News: कंडक्टर ने 110 की रफ्तार से दौड़ाई बस, दो लोगों की मौत, 44 घायल

दुर्घटना वाली बस में सवार राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले नारायण प्रतापसिंह ने बताया कि, बुधवार की सुबह 5 बजकर 40 मिनट पर इंदौर के लिए ऋषभ ट्रेवल्स बस में बैठा। करीब 16 किलोमीटर बस चलने के बाद लोहारी में ड्राइवर बदला, जो खरगोन से बस चलाकर ला रहा था। कसरावद बस स्टैंड पर पहुंची, वहां पर हमारी बस और दूसरी बस के स्टाफ के साथ टाइमिंग को लेकर विवाद हुआ। 

जून 20, 2024 - 12:40
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Khargone Bus Accident News: कंडक्टर ने 110 की रफ्तार से दौड़ाई बस, दो लोगों की मौत, 44 घायल
Khargone bus accident

Khargone Bus Accident News: जिले में बस हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे है। बीते बुधवार को खरगोन जिले के कसरावद-भीलगांव के बीच जोरदार बस और ट्रक की टक्कर हुई। इसमें दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 44 यात्री घायल हो गए है। 44 में से 2 यात्री गंभीर रूप से घायल हुए है, जिन्हें उपचार के लिए इंदौर रेफर किया है। इसके पहले टेमला मार्ग पर बने हथिनी नदी के पुल पर 9 मई 2023 को बस हादसा हुआ था। जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई लोग घायल हुए थे। 

बस में सवार यात्री ने बताई सच्चाई

दुर्घटना वाली बस में सवार राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले नारायण प्रतापसिंह ने बताया कि, बुधवार की सुबह 5 बजकर 40 मिनट पर इंदौर के लिए ऋषभ ट्रेवल्स बस में बैठा। करीब 16 किलोमीटर बस चलने के बाद लोहारी में ड्राइवर बदला, जो खरगोन से बस चलाकर ला रहा था। कसरावद बस स्टैंड पर पहुंची, वहां पर हमारी बस और दूसरी बस के स्टाफ के साथ टाइमिंग को लेकर विवाद हुआ। 

इसके बाद कंडक्टर बस चलाने लगा। महज 2-3 किलोमिटर चलने के बाद बस की स्पीड 100-110 किमी के आसपास थी। हल्की मोड आने पर हमारी बस दो अन्य वाहनों से टकराने से बची। थोड़ी ही दूर चले थे कि, बस का आगला हिस्सा (चालक साइड) सामने से आ रहे ट्रक से जोरदार टक्कर हो गई। अनियंत्रित बस होने के बाद पोल से टकरा गई। दुर्घटना के वक्त बस में 50 से अधिक यात्री सवार थे। 

कहां के थे दो मृतक

खरगोन से सवार हुए अनवर बलसमुद में अपना वाहन लेने के लिए बस में बैठे थे। अपनी मंजिल से पहुंच से 7 किमी पहले उनकी बस दुर्घटना में मौत हो गई। उसके दो बेटे और तीन बेटियां है। उनके अलावा मृतका आशाबाई राठौड़ मेनगांव से बस में सवार हुई थी। वह अपने माइके आई हुई थी, जहां पर उसका भाई बीमार था और वह उसे पानवा देवी के कुंड में नहलाने को ले जा रही थी। 

प्रशासन क्या उठाएगा कदम

हथिनी नदी पुल दुर्घटना के बाद प्रशासन ने कुछ महीने तक बस चालकों के खिलाफ शख्ती से पेश आया था। मामल जैसे ठंडा हुआ, बस कंडक्टर फिर से मनमानी करने लगे। उसी तरह इस बार भी देखने को मिल सकता है। लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए प्रशासन आमले को कड़े कानून बनाने चाहिए, ताकि किसी की जान न जाएं। 

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