दिनदहाड़े सपा नेत्री का धारदार हथियार से गला काटा, 8 साल पहले जलाने की कोशिश
उत्तर प्रदेश सपा लीडर खालिदा बेगम (sp leader khalida begum) की दिनदहाड़े पति और ससुराल वालों ने मौत के घाट ऊतर दिया। मौत इतनी दर्दनाक दी कि, चीफ-पुकार सुनकर इलाके में दहशत फैल गई।
उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। सपा लीडर की दिनदहाड़े धारदार हथियार से वार करके तड़पता छोड़ आरोपी मौके से भाग निकला। चीफ पुकार की आवाज सुनने के बाद पड़ोसी घर के अंदर पहुंचे। वहां पर महिला की लाश पड़ी देखी। इसके बाद इस घटना की सूचना पुलिस की दी गई। तुरंत पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है। बता दें, इसके 8 साल पहले भी उसे जलाने की कोशिश की गई थी।
एसपी अशोक मीणा और एएसपी सुधीर जायसवाल मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि, महानगर अध्यक्ष खालिदा बेगम की मकान के विवाद के कारण बीते बुधवार उसके पति और ससुराल वालों ने गड़ासे से गला रेतकर हत्या कर दी। वारदात के बाद सभी आरोपी मौके से भाग निकले।
13 साल पहले खालिदा का हुआ निकाह
आगे पुलिस ने बताया कि, मोहल्ला गदियाना स्थित शांतिपुरम कॉलोनी के निवासी रकीम से खालिदा बेगम का निकाह 13 साल पहले हुआ था। निकाह के बाद से ही ससुराल वाले उसे प्रताड़ित कर रहे थे। 22 दिन पहले भी झगड़ा होने के बाद सदर थाने में मृतका ने रिपोर्ट लिखवाई थी। इसी के चलते वह अपनी बहन के घर पर रहती थी।
बीते कल खालिदा को मकान के फैसले के लिए घर पर बुलाया। मौका देख ससुराल वालो ने उसका गला काटकर मौत के घाट उतार दिया। घटना के वक्त चीख-पुकार होने लगी। पड़ोसी आवाज सुनकर अंदर गए तो वहां पर उन्हें खालिद का शव पड़ा मिला।
खालिदा 70 प्रतिशत जली
मुकदमा दर्ज करवाने के दौरान मृतका के भाई शाहनवाज ने अपने जीजा रकीम, मृतका की सास उम्मती, ससुर, सोहराब, भाई नदीम, नवील और मस्तकीम, ननद फातिमा के खिलाफ हत्या करने के बारे में बताया। उसने बताया कि, 8 साल पहले भी खालिदा को जला कर मारने की कोशिश की गई थी। उसको जला भी दिया था। खालिदा 70 प्रतिशत जल गई थी। लेकिन बच गई। आए दिन विवाद के कारण मृतका का भाई इसे अपने घर ले गया था।
मृतका के भाई के ऊपर FIR
आरोपी रकीम और उसकी मां ने 22 दिन पहले खालिदा, उसके भाई शाहनवाज और मामा के खिलाफ सदर बाजार में मारपीट के मामले में एफआईआर दर्ज करवाई थी। उसके बाद आपस में समझौता कर लिया।
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खालिदा ने इस वजह से किया राजनीति का रूख
शादी के बाद से ही कई बार पति-पति और ससुराल वालों के बीच झगड़ा हुआ। इसी के चलते खालिदा राजनीति में सक्रिय हुई। उन्होंने समाजवादी पार्टी में कई महिलाओं को जोड़ा था। इस वजह से उन्हें इसी साल 29 जून को पार्टी ने महानगर अध्यक्ष के पद के लिए चुना। बता दें, मणिपुर हिंसा के विरोध में कैंडल मार्च के लिए भारी संख्या में महिलाओं को जुटाया था।
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