Indore News: अक्षय कांति बम ने आखिर क्यों छोड़ी कांग्रेस, इंदौर में हुई थी चौतरफा घेराबंदी, पढ़िए

लेकिन 1 मई को अब नया मामला भी सामने आ गया है। उनके कॉलेज के एक पुराने स्टाफ ने मिलकर बीतें बुधवार को परिवाद दायर कराया है। इस मामले की सुनावाई 10 मई को होने वाली है। वहीं, 17 साल पुराने जमीन विवाद के केस में धारा को बढ़कार 307 कर दी गई है। इसके लिए एक याचिका दायर की गई थी। इसकी सुनवाई भी उसी दिन होनी है।    

मई 2, 2024 - 15:08
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Indore News: अक्षय कांति बम ने आखिर क्यों छोड़ी कांग्रेस, इंदौर में हुई थी चौतरफा घेराबंदी, पढ़िए
Akshay Kanti Bam

Akshay Kanti Bom Indore News: इंदौर से कांग्रेस प्रत्याशी रहे डॉ. अक्षय कांति बम भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने के बाद राहत की सांस ले पा रहे थे। लेकिन अब कानूनी दाव पेंच की वजह से फंसते जा रहे है। उन्हें उम्मीद्वार घोषित किए जाने के बाद जांच EOW और CBI से करने के ज्ञापन दिए जा रहे थे। भाजपा में शामिल होने के बाद से जांच को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। अब जैसे-जैसे दिन आगे बढ़ते जा रहे, वैसी नई-नई थ्योरी सामने आ रही है, उनकी वजह से मुश्किलें भी बढ़ती जा रही है। आइए बम के मामले को सिलसिलेवार से समझतें है?

अक्षय कांति बम ने क्यो छोड़ी कांग्रेस (Why did Akshay Kanti Bam leave Congress?)

पाला बदलने के बाद वजह पूछी गई तो उनका कहना है कि, मैं रामभक्त हूं, बीजेपी में सनातन और राष्ट्रहित के लिए काम करने आया हूं। लेकिन 1 मई को अब नया मामला भी सामने आ गया है। उनके कॉलेज के एक पुराने स्टाफ ने मिलकर बीतें बुधवार को परिवाद दायर कराया है। इस मामले की सुनावाई 10 मई को होने वाली है। वहीं, 17 साल पुराने जमीन विवाद के केस में धारा को बढ़कार 307 कर दी गई है। इसके लिए एक याचिका दायर की गई थी। इसकी सुनवाई भी उसी दिन होनी है।    

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पहले ये समझें, नामांकन भरने के बाद क्यों घबराएं- बम

अप्रैल के पहले सप्ताह में कांग्रेस ने इंदौर सीट से प्रत्याशी घोषित किया। इसके बाद से ही सारा खेल शुरू हुआ, अपने लॉ कॉलेज स्टाफ से धोखाधड़ी और छात्रा के साथ प्रताड़ना के आरोपों से घिरना शुरू हो गए थे। स्टूडेंट और फैकल्टी ने साथ में मिलकर मोर्चा खोल दिया। मामले की जांच के लिए ईओडब्ल्यू व सीबीआई तक से कराने के लिए ज्ञापन देने शुरू किए। वहीं, दूसरी और कोर्ट में 17 साल पुराने मामले में धारा को बढ़ाने के लिए याचिका दायर भी कर दी थी। जो धारा बढ़कर 307 हो गई। इन मामलों के तनाव में बम आ गए थे।  

फिलहाल अक्षत के ऊपर धारा 307 के अलावा दो और केस में घिरे है। पहला तो लॉ कॉलेज की स्टूडेंट्स ने प्रताड़ित करने के आरोप लगाए है। दूसरा केस कॉलेज के पुराने और मृत स्टाफ को काम पर बताकर नेशनल रैंकिंग लेने का मामला है। 

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