देवरिया कांड: खूनी खेल, 20-25 मिनट में पूरा परिवार मौत के घाट, इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
रूद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव के लेड़हा टोला का है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की हत्या के बाद गुस्साए परिवार वालों ने दूसरे परिवार सत्यप्रकाश दुबे के घर पर हमला कर दिया। वारदात के दौरान 20-25 लोगों ने दुबे के पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया।
अक्सर फिल्मों में ऐसा देखने को मिलता है कि, 20-25 लोग एक परिवार पर हमला करते है और पूरे परिवार के लोगों को मार गिराते है। ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के देवरिया से सामने आया है। गांधी जयंती के दिन एक परिवार को बहरमी से मार दिया। घटना को अंजाम देने के बाद मौके से फरार भी हो गए। इस मामले ने पूरे प्रदेश को हिला कर रख दिया है। फिलहाल घटना स्थल के इलाके में भारी संख्या पुलिस बल तैनात है। वहीं 14 लोगों को पुलिस हिरासत में भी ले लिया गया है। आइए जानते है क्या है पूरा मामला...
दो घरों में 6 हत्याएं
यह मामला रूद्रपुर थाना क्षेत्र के फतेहपुर गांव के लेड़हा टोला का है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की हत्या के बाद गुस्साए परिवार वालों ने दूसरे परिवार सत्यप्रकाश दुबे के घर पर हमला कर दिया। वारदात के दौरान 20-25 लोगों ने दुबे के पूरे परिवार को मौत के घाट उतार दिया। घटना के दौरान उनके पास लाठी-डंडा, धारदार हथियार और बंदूक थी। हमलावारों ने करीब 25 मिनट में ही पूरे परिवार को मौत की नींद सुला दिया।
10 बीघा जमीन बनी खूनी खेल
एक मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, कुछ साल पहले सत्यप्रकाश के भाई ने अपने हिस्से की जमीन करीब 10 बीघा प्रेमचंद्र को दे दी थी। तब से वही जमीन जोत-बो रहा था। इसी को लेकर आए दिन विवाद भी होते रहते थे। इस मामले में सत्यप्रकाश ने अदालत में केस भी कर रखा था। इतना ही नही साल भर पहले जमीन की पुलिस और राजस्व टीम की उपस्थिति में पैमाइश भी हो चुकी थी।
लेकिन बीते सोमवार को सत्यप्रकाश दुबे समेत पूरे परिवार की हत्या कर दी। इसके पहले प्रेमचंद की हत्या हुई थी। बताया जा रहा है कि, उसी का बदला लेने के लिए सत्यप्रकाश के पूरे परिवार को मौत की नींद सुला दिया।
27 लोग नामजद, जबकि 50 अज्ञात
देवरिया कांड में 6 लोगों की हत्या के मामले में दोनों पक्षों की तरफ से मुकदमा दर्ज करवाया गया है। सोमवार को एक पक्ष की मौत होने के बाद दूसरे पक्ष के 5 लोगों की हत्या कर दी थी। एक पक्ष मृतक सत्यप्रकाश की बेटी शोभिता द्विवेदी की तहरीर के बाद हमलावरों पर 302, 307 और 504 में केस दर्ज किया गया। इसमें 27 लोग नामजद है, जबकि 50 अज्ञात है। एफआईआर (FIR) के बाद से अभी तक पुलिस ने 14 लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।
वहीं, दूसरी ओर मृतक प्रेमचंद्र यादव के चाचा ने भी रूद्रपुर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है। जिसमें पांच लोगों को नामजद किया गया है। फिलहाल पुलिस इस मामले से जुड़े लोगों की लगातार धरपकड़ कर रही है। वहीं हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ कर रही है।
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पुलिस बल के साथ दो कंपनी तैनात
पूरे क्षेत्र में सुरक्षा के लिहाज से भारी संख्या में पुलिस बल के साथ दो कंपनी पीएसी की भी मस्तैद है। मौजूदा समय में हालात तनावपूर्ण बताया जा रहा है. लेकिन शांति बनी हुई है। गौरतलब है कि, मृतक दुवे की बेटी शोभिता का विवाह हो चुका है। घटना के समय वह अपने ससुराल में थी। इसके अलावा उनका एक बेटा सर्वेश दुबे भी जीवित बच गया है। क्योंकि वह कथा कराने बलिया गया हुआ था। वहीं हमले के दौरान एक बेटा गांधी गंभीर रूप से घायल हो गया है। जिसका उपचार गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है।
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